मुझे ठहरे लम्हों को बेबाकी से गुज़रते हुए वाला इश्क़ चाहिए।
मुझे वाट्सअप और टेलीग्राम पर बंदिशों वाला नहीं,
बल्कि सबके सामने खुल कर हाथ थामने वाला इश्क़ चाहिए।
मुझे हर वक़्त जोशों ख़ुमार नहीं
मुझे आगोश मे सुलाने वाला इश्क़ चाहिए।
मुझे बस मीठी बातें बनाने वाला नहीं,
बल्कि ख़ुशी मे खुश और गम मे रुलाने वाला इश्क़ चाहिए।